नवरात्रि में तली-भुनी चीजें क्यों न खाएं – उपवास में स्वस्थ रहने के आसान उपाय

भारत त्योहारों की बहुत बड़ी भूमि है जंहा हर त्यौहार बड़ी धूम धार और सारधा से मनाई जाती है जंहा लोग एक दूसरे के साथ प्यार बांटते है और त्योहारों का आनंद लेते है ऊनि में से बहुत बड़ी त्यौहार नवरात्री यानि दुर्गा पूजा है

Table of Contents

नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख और पावन त्योहार है। इसे साल में दो बार मनाया जाता है – चैत्र नवरात्रि (मार्च-अप्रैल) और शारदीय नवरात्रि (सितंबर-अक्टूबर)। इस पर्व के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है।

“नवरात्रि” का अर्थ है नौ रातें। इन नौ दिनों में लोग उपवास रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और अपने जीवन को आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करने का प्रयास करते हैं। उपवास के दौरान खानपान पर भी विशेष ध्यान देना जरूरी है। हल्का और पौष्टिक भोजन, जैसे साबूदाना खिचड़ी, उबले आलू और फल, शरीर को ऊर्जा देता है और पाचन को सही रखता है। वहीं, तली-भुनी और तैलीय चीजें खाने से उपवास का उद्देश्य बाधित हो सकता है।

नवरात्रि और उपवास का महत्व

धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण

उपवास केवल भोजन का त्याग नहीं है, बल्कि यह आत्मसंयम, साधना और मानसिक शुद्धि का प्रतीक है।

शरीर की शुद्धि का समय

यह समय शरीर को डिटॉक्स करने और पाचन तंत्र को आराम देने का भी होता है। हल्का और संतुलित आहार पाचन को सुधारता है और शरीर में ऊर्जा बनाए रखता है।

उपवास में खानपान की भूमिका

सही खानपान न केवल शरीर को शक्ति देता है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। उर्जा बढ़ाने वाला हल्का भोजन खाने से थकान नहीं होती और पूजा में मन की एकाग्रता बढ़ती है।

गलत खानपान, जैसे तली-भुनी चीजें और तैलीय भोजन, पाचन समस्या बढ़ाते हैं और शरीर को सुस्त और थका हुआ महसूस कराते हैं।

तली-भुनी चीजों से होने वाले नुकसान

पाचन तंत्र पर दबाव

तली हुई चीजें पचने में समय लेती हैं, जिससे कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।

मोटापा और वजन बढ़ना

ज्यादा तेल वाले भोजन से कैलोरी बढ़ती है, जिससे वजन तेजी से बढ़ता है।

सुस्ती और थकान

तैलीय भोजन खाने से ऊर्जा कम होती है और शरीर सुस्त महसूस करता है।

त्वचा और बालों पर असर

अत्यधिक तैलीय और मसालेदार चीजें त्वचा पर मुंहासे और बालों में रूखापन पैदा कर सकती हैं।

नवरात्रि में तैलीय भोजन क्यों न खाएं

नवरात्रि उपवास हेल्दी फूड पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। तैलीय और मसालेदार भोजन से न केवल पेट खराब होता है, बल्कि यह ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को भी प्रभावित कर सकता है।

तली-भुनी चीजों की जगह क्या खाएं?

फल और फ्रूट चाट

उपवास के दौरान फल और फ्रूट चाट पचने में आसान और ऊर्जा देने वाला विकल्प है।

साबूदाना खिचड़ी या खीर

साबूदाना खिचड़ी हल्की, पौष्टिक और ऊर्जा बढ़ाने वाली डिश है। यह उपवास के लिए सबसे अच्छा विकल्प है।

उबले आलू या शकरकंद

ये पेट भरने के साथ-साथ पचने में आसान हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।

सिंघाड़े और राजगीरा आटे से बने व्यंजन

ये फाइबर और मिनरल्स से भरपूर हैं और उपवास में स्वस्थ रहने में मदद करते हैं।

सूखे मेवे और बीज

सूखे मेवे और बीज प्रोटीन और हेल्दी फैट का अच्छा स्रोत हैं। इन्हें हल्का और पौष्टिक भोजन में शामिल किया जा सकता है।

हल्का और पौष्टिक भोजन क्यों जरूरी है

उपवास में हल्का भोजन शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है और इम्युनिटी बढ़ाता है। इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों सुधरते हैं।

नवरात्रि उपवास में हेल्दी टिप्स

  1. पानी और नारियल पानी का सेवन – शरीर को हाइड्रेट रखें।

  2. ज्यादा नमक और मसाले से बचें – पाचन को आसान बनाता है।

  3. फल, साबूदाना और हल्के व्यंजन – ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं।

उपवास और मानसिक शांति

  • हल्का और पौष्टिक भोजन खाने से मन शांत रहता है। योग और ध्यान के अभ्यास से उपवास का पूरा लाभ मिलता है।

निष्कर्ष

नवरात्रि उपवास का उद्देश्य केवल भोजन का त्याग नहीं, बल्कि शरीर और मन की शुद्धि है। तली-भुनी चीजें खाने से बचकर, हल्का और पौष्टिक भोजन अपनाएं। इससे आप स्वस्थ, ऊर्जावान और पूजा में एकाग्र रह सकते हैं।

FAQs

प्रश्न 1: क्या उपवास में चिप्स और पकोड़े खा सकते हैं?

उत्तर: नहीं, ये तैलीय और तली हुई चीजें होती हैं, जो पाचन को बिगाड़ सकती हैं।

प्रश्न 2: क्या साबूदाने की खिचड़ी रोज खाई जा सकती है?

उत्तर: हाँ, साबूदाना हल्का और ऊर्जा देने वाला है।

प्रश्न 3: उपवास में ज्यादा तली चीजें खाने से कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?

उत्तर: गैस, एसिडिटी, मोटापा और हृदय रोग की संभावना बढ़ जाती है।

प्रश्न 4: क्या उपवास में मीठा खाना नुकसानदायक है?

उत्तर: थोड़ी मात्रा में ठीक है, लेकिन ज्यादा शुगर थकान और वजन बढ़ा सकती है।

प्रश्न 5: नवरात्रि में ऊर्जा बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा आहार क्या है?

उत्तर: फल, सूखे मेवे, साबूदाना, नारियल पानी और हल्का, पौष्टिक भोजन सबसे अच्छा है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top